बेंगलुरु की अग्रणी साहित्यिक संस्था साहित्य साधक मंच के 214 वें कवि सम्मेलन में पुस्तक ‘सांसों का अनुबंध’ का लोकार्पण हुआ

बेंगलुरु (साहित्य 24 प्रतिनिधि) , बेंगलुरु की अग्रणी साहित्यिक संस्था साहित्य साधक मंच का 214 वां सारस्वत कार्यक्रम जयप्रकाश नगर स्थित लायंस क्लब के सभागार में आल इंडिया रेडिओ,बेगलूरु के पूर्व निदेशक मिलनसार अहमद की अध्यक्षता एवं दिल्ली की प्रसिद्ध साहित्यकार अलका सिन्हा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में वाराणसी की ग़ज़लकारा डॉ नसीमा निशा एवं बैंगलोर की गीत कवयित्री प्रतीक्षा दिनेश तिवारी ने मंच की शोभा बढ़ाई। पद्मा श्रीनिवासन वसुधा द्वारा मधुर स्वर में प्रस्तुत वाणी वंदना के उपरांत कार्यक्रम का विधिवत सुभारम्भ हुआ। राधेश्याम सुदर्शन ने प्रतीक्षा दिनेश तिवारी का परिचय दिया। मंच के अध्यक्ष ज्ञानचंद मर्मज्ञ ने पुस्तक की समीक्षा प्रस्तुत करते हूए कहा कि “प्रतीक्षा जी के गीतों की स्निग्धता पूनम के बदन पर रेशमी मनुहार के छंद रचकर अनुभूतियों को वृंदावन बना देती है। उनकी कृति सामाजिक चेतना और समय सापेक्षता से लैस है। उन्होंने आगे कहा कि ‘सांसों का अनुबंध’ वस्तुतः गीत काव्य आचरण का ग्रन्थ है ।” तत्पश्चात ‘सांसों का अनुबंध’ का लोकार्पण मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया। प्रतीक्षा तिवारी ने आभार प्रकट करते हुए कृति की रचना प्रक्रिया पर प्रकाश डाला और संग्रह से एक गीत भी प्रस्तुत किया। रचना उनियाल ने भी संग्रह से एक गीत का सस्वर पाठ किया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मिलनसार अहमद, अलका सिन्हा,डा नसीमा निशा, आसमा बेगम, रचना उनियाल, रघूबीर अग्रवाल,सुशील कुमार, पद्मा श्रीनिवासन वसुधा,बापू गौड़ा पाटिल,गीता चौबे गूंज,उर्मिला श्रीवास्तव उर्मि, वरुण दीक्षित,डॉ.शैलजा,भूपेंद्र सिंह कटाक्ष,मृदुला चौहान, प्रतीक्षा तिवारी,राही राज़,प्रीति राही,डॉ इंदु नारा,राधेश्याम यादव ‘सुदर्शन’,उषा उमेश गुप्ता “उमा”,काव्या खन्ना,नरेन्द्र शर्मा “ख़ामोश”,अर्जुन सिंह धरमधारी, सुधा अहलुवालिया,प्रवल प्रताप राणा,अरुणा राणा,अमित अनन्त, अंजु भारती,रत्नदीप खरे,⁠स्वीटी सिंघल सखी,मंजू वेंकट,नमिता सिन्हा,नारायण सिंह,डाॅ मंजू गुप्ता,ज्ञानचंद मर्मज्ञ,सुधा दीक्षित,भार्गवी रविंद्र,विनीता लवानिया,ऐच आर नरसिम्हन,आशारानी शरण आदि ने अपने उत्कृष्ट काव्यपाठ से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम में उपेंद्र कुमार सिन्हा,स्वाति दीक्षित,उमेश गुप्ता,मनु सिन्हा,वर्षा शारदा, अरविन्द मोहन अहलूवालिया , श्रीमती शरद, दिव्यांश और आदित्य के अलावा बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सञ्चालन ज्ञानचंद मर्मज्ञ और मंजू वेंकट ने किया। धन्यवाद् ज्ञापन एवं अल्पाहार के पश्चात कार्यक्रम संपन्न हुआ।

साहित्य 24 / कुँ० प्रवल प्रताप सिंह राणा

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